लगाबऽ दाउ पर पड़ै परान बन्धु मनुष बनै तखन सफल महान बन्धु बड़ी कठिनसँ फूल बागमे खिलै छै गुलाब सन बनब कहाँ असान बन्धु जबाब ओकरासँ आइ धरि मिलल नै नयन सवाल केने छल उठान बन्धु हजार साल बीत गेल मौनतामे पढ़ब की आब बाइबल कुरान बन्धु लहास केर ढेरपर के ठाढ़ नै छै कते करब शरीर पर गुमान बन्धु 1212-1212-1212-2 © कुन्दन कुमार कर्ण
दीयावातीकेँ हम दए छी विशेष शुभकामना
स्वीकारू सभ केओ हमर ई सनेश शुभकामना
माए बाबू संगी बहिन भाइ जे कतहुँ रहल अछि
चाहे केओ परदेश या दूर देश शुभकामना
घरमे लक्ष्मीकेँ आगमन होइ सुखसँ जिनगी सजै
प्रेमक सौगातसँ जन समर्पित अशेष शुभकामना
वैभवमे नित होइत रहै वृद्धि शान्ति घर-घर रहै
मठ मन्दिरमे हम दैत छी दीप लेश शुभकामना
पावन अवसरपर आइ कुन्दन हृदयसँ दैत सभकेँ
शुभ संध्यामे पूजैत लक्ष्मी गणेश शुभकामना
मात्राक्रम: 22222-2122-121-2212
© कुन्दन कुमार कर्ण
स्वीकारू सभ केओ हमर ई सनेश शुभकामना
माए बाबू संगी बहिन भाइ जे कतहुँ रहल अछि
चाहे केओ परदेश या दूर देश शुभकामना
घरमे लक्ष्मीकेँ आगमन होइ सुखसँ जिनगी सजै
प्रेमक सौगातसँ जन समर्पित अशेष शुभकामना
वैभवमे नित होइत रहै वृद्धि शान्ति घर-घर रहै
मठ मन्दिरमे हम दैत छी दीप लेश शुभकामना
पावन अवसरपर आइ कुन्दन हृदयसँ दैत सभकेँ
शुभ संध्यामे पूजैत लक्ष्मी गणेश शुभकामना
मात्राक्रम: 22222-2122-121-2212
© कुन्दन कुमार कर्ण
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