लगाबऽ दाउ पर पड़ै परान बन्धु मनुष बनै तखन सफल महान बन्धु बड़ी कठिनसँ फूल बागमे खिलै छै गुलाब सन बनब कहाँ असान बन्धु जबाब ओकरासँ आइ धरि मिलल नै नयन सवाल केने छल उठान बन्धु हजार साल बीत गेल मौनतामे पढ़ब की आब बाइबल कुरान बन्धु लहास केर ढेरपर के ठाढ़ नै छै कते करब शरीर पर गुमान बन्धु 1212-1212-1212-2 © कुन्दन कुमार कर्ण
- गजल की छै ?
- बहरमे कहल किछु शेर छै ।
- बहर की छै ?
- पाँतिक एक समान मात्राक्रम बहर छै ।
- शेरमे की छै ?
- दू पाँतिमे की छै ?
- पहिल मतला अंतिम मकता आ बीच बला आन शेर छै ।
- मतलामे की छै ?
- मतलाक दूनू पाँतिमे काफिया आ रदीफ छै ।
- काफिया की छै ?
- काफिया तुकांत छै ।
- रदीफ की छै ?
- कोनो पाँतिक अंतिम उभयनिष्ठ रदीफ छै ।
- मकता की छै ?
- मकता गजलक अंतिम शेर छै जाहिमे लोक अपन नाम लीखै छै ।
इएह गजल छै ।
(आशीष अनचिन्हार)
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